STORYMIRROR

Priyadarsini Das.

Tragedy

4  

Priyadarsini Das.

Tragedy

वो आखरी कॉल

वो आखरी कॉल

2 mins
318

क्या तुझे याद है

वो आखरी कल ?

क्या तुझे याद है

 वो आखरी कॉल ?


जब तूने मुझसे बात किया था

क्या तुझे याद है

वो आखरी मुलाकात ?

क्या तुझे याद है

वो आखरी मुलाकात ? 


जब तूने मुझसे 

मुलाकात किया था सपनों में

आज भी आंखें 

भर आती हैं

जब भी याद आती हैं

वो आखिरी कॉल।


आज भी आंखें भर आते हैं

जब भी याद आते हैं

वो आखरी कॉल।

तेरा वो मासूम सा बात 

अब भी 

मेरी कानों में सुनाई देते हैं


तेरा वो प्यार भरी आवाज़ 

अब भी मुझे बेचैन करते हैं

पर क्या तुझे याद है

वो हमारे आखरी कॉल।


आज भी याद है 

मेरे लिए तेरा वो परवाह करना

आज भी याद है 

मेरे लिए तेरा वो परवाह करना।


कोई अपनो ने भी 

इतने परवाह ना किया है

जितने परवाह 

तूने मेरे लिए किया है।



मेरी खाने की चिंता

मेरी सोने की चिंता

मेरी रस्ते पर चलने की चिंता

एक छोटे बच्चे समझ कर 

मुझे संभाल के चिंता


आज भी याद है 

वो तेरा प्यार

कोई अपनों ने भी 

इतने प्यार ना किया है

जितने तूने मुझे प्यार दिया है।


आज भी याद है

कैसे तू समझ जाता है

मेरी अनकही बातें

कैसे तू समझ जाता है 

मेरी खामोश जुबान को।


कोई अपनो ने भी 

इतने मुझे समझा नहीं है

जितने तूने मुझे समझ है।आज भी याद है 

वो आखरी कॉल


कैसे तूने मुझे संभाल लिया था

कैसे तूने 

मेरे सारे इमोशन को 

बिखर ने बचा लिया था


कोई अपनो ने भी 

मुझे ऐसे संभाला नहीं है  

जैसे तूने मुझे संभाला था।

मुझे याद है

वो आखरी कॉल


कैसे तू रो रहा था वहां पर

और में रो रही थी यहां


इतने दूर होने के बाबजूद 

कितने पास होने का 

एहेसास था

अपना पन के महक था।

कोई अपनो ने भी 

मुझे इतने ना समझा है

जितने तूने मुझे समझ है।

मेरी हर जिद को 

तू पूरा करता था


मेरी हर बात को 

तू मानता था


कहीं मै रूठ ना जाओ

इसीलिए 

किसी बात पर 

तू ना नहीं बोलता था।

कोई अपनो ने भी 

मुझे ना जाना है

जितना तूने मुझे जाना था।

अगर कभी 

रूठ भी जाती थी


मुझे मनाने का वो तेरा खास अंदाज़

आज भी मुझे याद है


वो तेरा आखरी कॉल

मुझे आज भी याद है।

क्या तुझे याद है 

वो आखरी कॉल।

ना तुझे पता था

ना मुझे 

के वो कॉल ऐसे आखरी 

बन के रह जाएगा।पर क्या करे

कभी कभी को होता है 

अच्छे के लिए होता है।

फिर भी मुझे याद है 

वो आखरी कॉल


क्योंकि अपनों ने मुझे

इतने प्यार ना दिया है

जितने तूने मुझे दिया है


शायद इसीलिए 

आज भी मुझे याद है 

वो आखिरी कॉल

क्या तुझे याद है

वो आखिरी कॉल।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy