नींव का पत्थर
नींव का पत्थर
नींव के पत्थरों ने
भारत के वीरों ने
बिजली की धार पर
सागर के ज्वार पर
कष्टों को झेल कर
गुलामी को ठेल कर
आज़ादी पायी है
खुशहाली पायी है।
सर्व सुख भोग कर
उन्नति हम कर रहे
आनंदित हो रहे
और वो वहाँ खड़े
दुख उठा रहे बड़े
भारत के वीरों का
जश्न देखते रहे।
वतन की माटी से
कश्मीर घाटी से
पर हित के लिए
स्वार्थ भाव भूलकर
सब सुख छोड़कर
दुश्मन गिरा रहे
गोली वो खा रहे।
माँ के दूध का
कर्ज वो चुका रहे।
और हम यहाँ खड़े
ख़ुशियाँ मना रहे
भारत के वीरों की
होली देखते रहे।
