एकतरफा जज़्बात
एकतरफा जज़्बात
इश्क़ भी एक अजब-गजब सी जज़्बात है,
जब वो हँसते हैं तो मेरे होंठ खुद हँस पड़ते हैं
इश्क़ भी एक अजब-गजब सी जज़्बात है,
उसकी आहट होती है,तो दिल हमारा धड़कता है,
इश्क़ की वो बेचैनी भी कमाल की होती है,जनाब
चोट उन्हें लगती है,और दर्द से करवटें हम बदलते रहते हैं।
इश्क़ के नाराजगी की भी एक खासियत है,
हम नाराज़ भी होते हैं और उन्हें डॉट भी नहीं पाते
इश्क़ करने की अदा तो हमने उनसे सीखी है, की कैसे
एक तरफा इश्क़ की तकलीफ में तड़पते हुए भी वो मुस्कुराते रहे।
आज उनके इश्क़ में हम इस कदर डूबे हैं कि वो
मेरे पास भी नहीं पर आज भी इश्क़ उन्हें हमसे ही है,
काश ये इज़हार हम भी उनसे कर पाते।
इश्क़ की अज़ब-गज़ब उल्फत है कि उनके सामने
आते ही हमारे लब्ज़ काँपने लगे और कदम ठहर सा गया,
हम उनसे कुछ कह नहीं पाए फिर भी वो समझ बैठे
औऱ अपनी बाहों में भर कर हमें वो रोने लगे।