मोहब्बत
मोहब्बत
मोहब्बत ज़िन्दगी है
मोहब्बत बन्दगी है
और जब ये कुछ नहीं,तो
बस दिल की गुफ्तगू है ।
मोहब्बत हकीक़त है
मोहब्बत वसिहत है
और जब ये कुछ नहीं, तो
बस दिल की नसीहत है।
मोहब्बत बहुत आसान है
मोहब्बत मजबूत चट्टान है
और जब ये कुछ नहीं, तो
बस कागज़ के समान है
मोहब्बत कांची है
मोहब्बत मांझी है,
और जब ये कुछ नहीं, तो
बस एक गुस्ताखी है।
मोहब्बत दीवानगी है
मोहब्बत मस्तानगी है
और जब ये कुछ नहीं, तो
बस दो रूहों की कुर्बानी है।
मोहब्बत बेचैनी है
मोहब्बत सुकून है
और जब ये कुछ नहीं,तो
बस किसी को पाने का जुनून है ।