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AKSHATA SAGGAM

Romance

4  

AKSHATA SAGGAM

Romance

शायद यही प्यार होता है..

शायद यही प्यार होता है..

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हम रूठे भी अगर तुमसे 

तो तुम मना लोगे हमे

ये यकीन होता है

हमे लगता है 

शायद यही प्यार होता है....

मिलन पर हमारे 

अगर कोई देर से आता है 

तो एक दूसरे को पता होता है 

ये थोड़ा सा रूठता है 

बाद में सब भूल जाता है 

हमे लगता है 

शायद यही प्यार होता है...

तकरार हुई अगर किसी दिन

तो पहाड़ टूट जाता है

शायद गलती मेरी ही थी 

ये दोनों का दिल कहता है 

भूल जाते है दोनो सब कुछ 

एक दूजे से मिलने को दिल करता है

हमे लगता है 

शायद यही प्यार होता है.. 



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