तुम्हारे नशे की दीवानी हूँ मैं
तुम्हारे नशे की दीवानी हूँ मैं
तुम्हारे नशे की दीवानी हूँ मैं ,
सच कहूँ तुम्हारी कहानी हूँ मैं ,
तुमने जोड़ लिया मुझे अपने संग ,
तुम्हारी नई उभरती जवानी हूँ मैं।
खत्म होगा ये किस्सा अब तभी ,
जब जीतूँगी या हारूँगी मैं यहीं ,
देखेगा ज़माना तुम्हारी बातों को ,
जिसमे छिपी एक अधूरी रानी हूँ मैं।
ये रानी बनाने का तुम्हारा खवाब ,
कहीं अधूरा ना रह जाये हमारा साथ ,
एक डरती हुई तुम्हारी बाजी हूँ मैं ,
तुम्हारे नशे की दीवानी हूँ मैं।
तुम पर रोज़ ये शब्द मेहरबान होते ,
जो लबों को नहीं दिल को भिगोते ,
अपनी अनकही बातों की वाणी हूँ मैं ,
तुम्हारे सपनो की सच्ची कहानी हूँ मैं।
तुम लौट जाना अपना सपना सच करके ,
रख लेना जो भी जी चाहे हमसे बंध के ,
तुम्हारी हर सौदेबाजी की निशानी हूँ मैं ,
तुम्हारे ज़िस्मानी ज़िस्म की रूहानी हूँ मैं।
रातों को यूँ तुम्हारा सपनों में आना ,
पागल कर देता है तुम्हारा अफसाना ,
उसी अफसाने की मीठी धानी हूँ मैं
तुम्हारे नशे की दीवानी हूँ मैं।|

