STORYMIRROR

AKSHATA SAGGAM

Romance Inspirational

4  

AKSHATA SAGGAM

Romance Inspirational

ख्वाबों को दिल में सजाकर...

ख्वाबों को दिल में सजाकर...

1 min
494

ख्वाबों को दिल में सजाकर 

तूने गमों को अपनालिया 

सब कुछ दिल में छिपाकर 

मुस्कुराकर जता दिया

प्यार में अक्सर ऐसा होता है 

रोते रोते हसना पड़ता है 


छोड़कर सारी खुशियों को 

तूने गमों को पनाह दी 

खुशियां है वो दो पलों की 

तूने उसे ठुकरा दिया

ख्वाबों को दिल में सजाकर

तूने गमों को अपनालियां

प्यार में अक्सर ऐसा होता है 

छुप छुप के रोना पड़ता है


छुप छुप के तूने खुशियों को 

सबके खातिर छोड़ दिया 

टूटते हुए सपनों का

दर्द दिल में बसा लिया

ख्वाबों को दिल में सजाकर

तूने गमों को अपनालिया 

प्यार में अक्सर ऐसा होता है

सबकुछ भुलाना पड़ता है


छुपाके दर्द सीने में 

दुनिया में हंसना पड़ता है

सोचके तूने दुनिया को 

खुदको तबाह कर दिया 

ख्वाबों को दिल में सजाकर

तूने गमों को अपनालिया

प्यार में अक्सर ऐसा होता है

एक दूजे को खोना पड़ता है


टूटे हुए दिल को 

तूने धड़कना सीखा दिया

मरके जीना क्या होता है

तूने हमको बता दिया


ख्वाबों को दिल में सजाकर

तूने गमों को अपनालिया

सब कुछ दिल में छिपाकर

मुस्कुराकर जता दिया 

प्यार में अक्सर ऐसा होता है

मरके भी जीना पड़ता है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance