जुदाई!
जुदाई!
पता नहीं क्यों ये दिल रोता है।
पता नहीं क्यों यह आंखें नम होती।
पता नहीं -
पता नहीं क्यों तुम्हारी याद आती है।
पता नहीं क्यों यह दिल बेचैन होता है।
पता नहीं-
पता नहीं क्यों दिल तड़पता है, याद करता है।
पता नहीं क्यों यह जुदाई होती है, तन्हाई होती है।
पता नहीं-
पर दिल को कहीं और लगाना होगा।
अभी तो टाइम है, समय बिताना होगा।