खालीपन
खालीपन
मेरा खालीपन तो मेरा है....
तुम्हे क्यों मेरे खालीपन पर हक़ जताना है?
ये खालीपन यूँ ही नहीं मिला है मुझे....
किसी को बेइंतहा चाहने के बदले पाया है
पर यह क्या?
कॉलेज के बाद तुमने मुझे खोजने की कोशिश ही नहीं की..
मैं तो हैरान होती रहती हुँ....
हर बार....
बार बार....
आजकल के इस इंस्टाग्राम और फ़ेसबुक के जमाने मे
कोई कैसे छुपकर रह सकता है भला?
किसी भी मुल्क में....
मेरा मन पीड़ा से भर जाता है....
तुमने मुझे ढूँढने की जहमत नहीं की...
लेकिन मैं?
मैं हर बार फेसबुक के सर्च बार में तुम्हारा ही नाम लिखती रही.....
तुम्हारे हम नाम वाले सब मिले लेकिन तुम ना मिले....
कभी लगता था शायद मैंने स्पेलिंग ही ठीक ना लिखी हो
लेकिन जो नाम हमेशा मेरे होंठों पर और दिल में रहता था
उस नाम की स्पेलिंग कैसे ग़लत होती भला?
बाय वन गेट वन फ्री की स्कीम में मिला यह खालीपन मुझे अब भाने लगा है...
हम सब जानते है फ्री में मिलने वाली चीजों का अट्रैक्शन !!!
मेरा खालीपन भी मुझे भाता है....
मैं चाहूँगी की तुम इसपर हक़ ना जताओं....
इसको मेरे साथ ही रहने दो....

