ये झीनी सी ख़ुशबू
ये झीनी सी ख़ुशबू
ये झीनी सी ख़ुशबू
क्या कह रही है ?
तुम्हारी मौजूदगी की
गवाही दे रही है ?
या तुम्हारे आने
का पैग़ाम लाई है ?
पहली बूंदों संग धूली मिलन
के राज़ खोल रही है ?
या अभी-अभी खिले फूल
की ख़बर लाई है ?
अहसासों में, रग़ो में
ताज़गी भर रही है ?
या नन्ही गुड़िया संग
झूम रही है ?
ये झीनी सी ख़ुशबू
क्या कह रही है ?