मेरा देशप्रेम
मेरा देशप्रेम
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देश से भिन्न नहीं पहचान मेरी
देश के गौरव में है शान मेरी
कृतज्ञ हूं अपनी सरजमीं की मैं
इसकी उदारता से हूं धन्य मैं
शीलवान जीवन जिऊं मैं
जिम्मेदार नागरिक रहूं मैं
सबको साथ लेकर आगे बढूं मैं
थोड़ा पाऊं, थोड़ा बांटूं मैं
मेरा योगदान छोटा सही
पर बूंद-बूंद से घड़ा भरुं मैं
देश की उन्नति में
पग-पग साथ निभाऊं मैं
घृणा, द्वेष से
बचके चलूं मैं
अकेले इस सफ़र में
कारवां बनाती जाऊं मैं।
