STORYMIRROR

Tanha Shayar Hu Yash

Tragedy

2  

Tanha Shayar Hu Yash

Tragedy

कब्रिस्तान बना

कब्रिस्तान बना

1 min
448


कब्रों से जो कब्रिस्तान बना

इंसान से जो शैतान बना,

उनमे रूहें नहीं हुआ करती,

जो प्यार में जलकर शमशान बना।


ना दिल में कोई बात होती है

ना मुस्कुरहट ही साथ होती है

उनके जस्बात भी खो जाते है,

जो प्यार में जलकर राख हो जाते है।


नस नस में वीरानी बहती है

ज़ुबा कल में कहानी कहती है,

इनको अलग ही श्राप मिलता है

ये प्यार के दर्द का अभीश्राप होते है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy