कैसे हम जन -गण -मन गाएं !
कैसे हम जन -गण -मन गाएं !
कट्टरता के दौर में जी रहे हम फिलहाल,
धार्मिक उन्माद के दहशत में आज
स्थिति हो खस्ताहाल हो रही फिलहाल!
कहीं राम के नाम पे रावणतत्व हावी है !
कहीं पैगंबर के नाम पे सर- कलम किए जा रहे !
चारों ओर जब कट्टरता हावी है--
तो फिर किस मुंह से हम जन - गण- मन गाएं !
कैसे देश की जश्न -ए - आज़ादी में शरीक होएं !
कट्टरता के दौर में जी रहे हम फिलहाल !
चहूं ओर हिंसा होती दिख रही बहाल !
तो फिर इस दहशत के दौर में कैसे हास अधर पे लाएं !
कैसे हम जन - गण - मन गाएं !