काश !
काश !
काश ! जो तुम पास होते तो
ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत होती I
फूलों में ताजगी
हवाओं में खुशबू
साँसों की तार में
मेरी हर आवाज में
काश! तुम्हारी ही बात होती तो
ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत होती I
'मेरे सपनों का रंग,
सप्तरंगी आसमां सा
मेरी माथे की बिन्दिया में
चेहरा तुम्हारा चाँद सा
काश! मेरी हर बात तुमसे शुरू औ खत्म होती
तो ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत होती I
ज़माने के तूफान में
मंजिल से पहले बीच राह में
जख्म से भरी उस रात में
कश्ती को फँसाकर बीच राह में
काश ! तुम यूँ मुख मोड़ न जाते तो
ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत होती I