जय श्री श्याम
जय श्री श्याम
श्याम दोलत है मेरे दिल के खजाने में
यह हारे का सहारा है कलयुग के जमाने में
मैं दर पर तेरे आऊंगा तू मेरा बाबा है
मैं अरदास लगाऊंगा तू मेरा बाबा है
मैं.......
मैं.......
1
इस हारे हुए को एक बार प्यार तो कर
मैंने बस आस लगाई है आंखों में आंसू भर
मैं......
मैं......
2
मेहर कर सबको बताऊंगा तू मेरा बाबा है
मैं अरदास लगाऊंगा तू मेरा बाबा है
मैं दर.......
मैं..............
3
तेरा है तेरा रहेगा इस गरीब का दिल..... 2
गले लगा हारे हुए को आकर तो मिल...... 2
गले लगा........ 2
फिर ना कभी सताऊंगा तू मेरा बाबा है
फिर ना......... 2
तुझे नसीब अपना बनाऊगा तू मेरा बाबा है
तुझे नसीब........ 2
मैं................................ 2
4
हारे का सहारा तेरा दरबार वही
तेरे सिवा मेरा भी इस जमाने में मन लगता नहीं
मैं बार बार आऊंगा तू मेरा बाबा है
मैं सेहरा बांध के आऊंगा मेरा वादा है
इस गाने की तर्ज पर श्याम भजन।