जुदाई
जुदाई
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कुछ दिन के लिए ही सही,
मगर जुदा तो हो रहे हो ना तुम ??
दिल में मिलने की आरजू देकर,
हमें तन्हा तो छोड़ रहे हो ना तुम ??
सुनो
लेने लगे अंगड़ाइयां जब ये हवाएं,
तो समझ लेना रात भर सोए नहीं है हम ।
बरसे जो ये बादल बारिश की बूंदें बनकर,
तो समझ लेना याद में तेरी रोए बहुत है हम ।