जिन्दगी
जिन्दगी
जिंदगी...
और कितना
इम्तिहान लोगी,
उम्मीदें तो
कब की तोड़
चुकी हो..
अब क्या
जान लोगी...
जिंदगी...
और कितना
इम्तिहान लोगी ?
जिंदगी...
और कितना
इम्तिहान लोगी,
उम्मीदें तो
कब की तोड़
चुकी हो..
अब क्या
जान लोगी...
जिंदगी...
और कितना
इम्तिहान लोगी ?