Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

KAVITA YADAV

Drama

3  

KAVITA YADAV

Drama

जिन्दगी खेल नही

जिन्दगी खेल नही

1 min
332


जिंदगी खेल नहीं

सब शतरंज के प्यादे है।

कभी चले ढाई घर तो

कभी सीधे चलते है।


एक कदम सम्भल के चलाये

जाने कैसे तिरछे काटे है।

सबको देकर मात निकल जाए

जीत तब भी कहा होती है।


जीवन कई मुश्किलों का खेल है

इसमें कोई पास तो कोई फेल है।

जो हार मान कर रुक गया

वो खाक जीवन जीता है।


अरे जीतने की कोशिश कर

की अपाहिज भी अपना 

काम ख़ुद करता है

कमजोर समझने की गलती

हर नादान करता है


जीवन शतरंज का खेल नहीं 

जो एक बोर्ड पर चलता है।

हर दुख और तकलीफ सह जाए

वो इंसा इंसान होता है।


जीवन एक खेल नहीं है।

जो कुछ देर में खत्म हो जाए।

ये एक लम्बा सफर है।

चल हम मिलकर जी जाए

चल हम मिल कर जी जाए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama