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KAVITA YADAV

Abstract

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KAVITA YADAV

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देश मेरा ये देश

देश मेरा ये देश

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देश मेरा ये देश 

प्यारा मेरा देश

कल- कल बहती नदियां

हवा में मधुर, सरगम अनेक


देश मेरा ये देश

प्यारा मेरा देश

पक्षियों का चहकना

मधुर है इनका गीत


देश मेरा ये देश

प्यारा मेरा देश

रीतिरिवाजों का पालन

संस्कारों का करे नमन


देश मेरा ये देश 

प्यारा मेरा देश

जातपात का नहीं कोई भेद

मिलकर रहते हम सब अनेक


देश मेरा ये देश

प्यारा मेरा देश

सब मिल करे त्याहारों का स्वागत

मिलकर मनाते भाईचारे के संग

देश मेरा ये देश प्यारा मेरा देश।


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