जीवनसाथी
जीवनसाथी
मेरे
जीवनसाथी
हमेशा ही जीवित होने का
अहसास दिलाता है मुझको
सबको तुम्हारा समर्पित
सहज प्रेम।
वास्तव में प्रिय
इस खटती पिटती मशीनी सी
हुई जिंदगी कुछ देर को ही सही
लचकती सब्ज शाख हो जाती है
बैठ जिसपर चहकते हैं मधुर स्वर में
आशाओं के रंगबिरंगे परिंदे
मुंह मे लिए तिनके भरोसे के
बनाने को आतुर घोंसले
सुंदर भविष्य के।
ठंडे कुए सा
ये बुुत बना जिस्म
महसूसता है उत्प्लावित तरंग प्रेम की
तुम्हारे स्नेह के कोमल स्पर्श से
जैसे भर रहा हो उसमे जीवनदायी
मीठा पानी समूचे परिवार
की तृप्ति के लिए।
भोर सी
मुस्कराती उम्मीद
जो तुम्हारे चेहरे पर दिखती है
वो खिला देती है सकुचाया मन हर किसी का
हां यहां बस प्रतीक्षा में रत रहते हैं सभी
सदा तुम्हारी आती मधुर पदचाप के
जो कर देता है हर मन को पुलकित
किसी ओंस से भीगे
पुष्पित कंवल सा।
मेरे जीवनसाथी
हमेशा ही जीवित होने का
अहसास दिलाता है मुझको
सबको तुम्हारा समर्पित
सहज प्रेम।

