इश्क़ उसे भी है
इश्क़ उसे भी है
मैं ही नहीं इशारा वो भी करता है।
पलट कर देख लें मुझको विचारा वो भी करता है।
मैं उसकी वो मेरी गलियों से गुजरता है।
मेरे दरवाजे की तरफ निहारा वो भी करता है।
मुझे याद आती है उसकी।
बालों को संवारा वो भी करता है।
दूरी चुभती है मुझे उसकी।
तस्वीरों से गुजारा वो भी करता है।
कहीं न कहीं इश्क उसे भी है।
इन्तजार हमारा वो भी करता है।