घर के अंदर क़ैद रह कर जिंदगी गुजार दी, घर के अंदर क़ैद रह कर जिंदगी गुजार दी,
कहीं न कहीं इश्क उसे भी है, इन्तजार हमारा वो भी करता है... ऐसा आपको भी लगता होगा ना किसी की सूरत देख... कहीं न कहीं इश्क उसे भी है, इन्तजार हमारा वो भी करता है... ऐसा आपको भी लगता होगा...
अपनों को प्यार जताने के लिए, स्वयं बिछ जाने की ज़रूरत नहीं। अपनों को प्यार जताने के लिए, स्वयं बिछ जाने की ज़रूरत नहीं।
मन करता है वही करूं जो दबा रखी थी चाह मन करता है वही करूं जो दबा रखी थी चाह