आप को खुद ही देखना है
आप को खुद ही देखना है
आदत सी बन गयी है ज़माने से अपना हर काम खुद करने की,
दिन शुरू ही होता है घर का हर काम खुद निपटाने में,
कोरोना के चलते तो बोझ कुछ ज्यादा ही बढ़ गया,
दूर हो गए इस वक़्त में सब अपनो से,
घर के अंदर क़ैद रह कर जिंदगी गुजार दी,
किसी के भरोसे वैसे भी हम नहीं बैठते,
अपने हर फैसले अपने हर काम खुद ही करते है,
आज का काम हम कल पर नहीं छोड़ते,
कल का काम भी आज ही निपटाते है,
जिंदगी अपनी इसको कैसे संवारना हम खूब जानते है
किसी के भरोसे क्यों हम रहे दो हाथ दिए ईश्वर ने,
अपना और अपने बजुर्गो का खयाल रखना हमको आता है ।
