इस दिल के किंचित टुकड़े ना कर देना
इस दिल के किंचित टुकड़े ना कर देना
इस दिल के किंचित टुकड़े।
ना कर देना तुम।
ख्वाब दिखा कर।
दिन में तुम ने।
लूट ली दिल की जागीर।
इस दिल के किंचित टुकड़े।
ना कर देना तुम।
सुरमे की लकीर से।
मेरे नयनों में बसे देव तुम।
अंधेरों पर उभरे।
तबस्सुम बनकर।
इस दिल के किंचित टुकड़े।
ना कर देना तुम।
मधुर तुम मधुरिम।
मन है तुम्हारा।
मधुर राग छेड़ा है।
इस दिल के किंचित टुकड़े।
ना कर देना तुम।
बातें तो फूल के जैसी।
बाकि बातें बबूल के कांटों जैसी।
दिलकश है उसकी ख़ामोशी।
इस दिल के किंचित टुकड़े
ना कर देना तुम।
सुरज रथ पर हो सवार।
एक दिन तुम आए थे।
सुन री सुन विभावरी।
इस दिल के किंचित टुकड़े।
ना कर देना तुम।
आज सुनाऊ दिल की बातें।
अपने अधुरे ख्वाब पुराने।
उम्मीद की किरण लिए।
इस दिल के किंचित टुकड़े।
ना कर देना तुम।
सागर की लहरों जैसी।
उठती गिरती सांसे।
आश्वस्त किया तुमने।
इस दिल के किंचित टुकड़े।
ना कर देना तुम।