इंतज़ार
इंतज़ार
कभी तो आकर दस्तक दे मेरे दरवाज़े पर
ऐ खुशी मैं करता हूँ तेरा इंतज़ार
मैं भी तो देखूँ ,तू कैसी दिखती है
लोगों की आँखों में देखी हैं तेरी सूरतें हज़ार
तू मुझे मिल तो सही ,अपने चेहरे पर सजा लूँगा
ऐ खुशी मैं करता हूं तेरा इंतज़ार
कभी जो भूलना चाहूँ, भूल नही पाता
दुनिया करती है, तेरा ज़िक्र बार बार
जब तू आएगी अपने सब अज़ीज़ों से मिलवाऊँगा
ऐ खुशी मैं करता हूं तेरा इंतज़ार
सुना है तुझे पाकर सब मुस्कुरा देते हैं
मुझे डर है कहीं रो न दूँ ज़ार ज़ार
आकर मिल तो ले एक बार
ऐ खुशी मैं करता हूं तेरा इंतज़ार