हिन्दी , हिन्दू और हिन्दुस्तान
हिन्दी , हिन्दू और हिन्दुस्तान
हिंदी है हिन्दुस्तान की पहचान
हमारी भाषा है हमारी जान
करते हैं सभी भारतीय इसका सम्मान
1947 में जब अंग्रेजी हुकूमत से
भारत आजाद हुआ
भाषा को लेकर
सबसे बड़ा सवाल हुआ
14 सितंबर 1949 को
राष्ट्रीय हिंदी भाषा का दर्जा मिला
सर्वसम्मति से देश भक्तों द्वारा चुना गया
हिंदी है हमारे भारतियों की शान
हिंदी है हिन्दुस्तान की पहचान
हमारी भाषा है हमारी जान
सभी राज्यों की भाषाएं हैं अलग-अलग
रीति-रिवाज और रहन-सहन
फिर भी करते हैं
सभी भारतीय इसका सम्मान
हिंदी है हिन्दुस्तान की पहचान
हमारी भाषा है हमारी जान
हिंदी को हर क्षेत्रों ने अपनाया है
विश्व में भी अपना परचम लहराया है
अटल बिहारी बाजपेई
संयुक्त राष्ट्र संघ में दिलाया है वह मान
हिंदी है हिन्दुस्तान की पहचान
हमारी भाषा है हमारी जान
हिंदी आज भी गौरवशाली है
हिंदी भाषा हर राज्य में
बोली जाने वाली है
बिना भेदभाव के करते हैं
सभी इसका मान
हिंदी है हिन्दुस्तान की पहचान
हमारी भाषा है हमारी जान
करते हैं सभी भारतीय इसका सम्मान
हर वर्ष 14 सितंबर को
हिंदी दिवस मनाते हैं
कार्य क्षेत्र हिंदी में हो
ऐसा वचन हम पाते हैं
विवेकानंद भाषण के शुरुआत में
दूर देश अमेरिका के शिकागो में
हमारे अमरीकी भाईयों और
बहनों से शुरुआत की थी
सभागार में हर ओर मिनटों तक
तालियों गूंजती रही थी
हिंदी है हिंदूत्व का प्राण
हमारी भाषा, हमारी जान
हिंदी है हिन्दुस्तान की पहचान।