भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार का बीज इस तरह बोया गया है
खासकर सरकारी महकमों में देखा गया है
कानून व्यवस्था को ताक पर रख कर
कर्मचारी अपनी मनमानी करते हुए पाया गया है
रिश्वत जैसी महामारी दफ्तरों पर पड़ा है भारी
परेशानी से जूझ रही जनता सिस्टम से हारी
आफिस के चक्कर लगाते लगाते
गंवा देते है बचीं खूचीं सम्पत्ति सारी
छोटे हो चाहे बड़े काम , दौड़ दौड़ थक जाते हम
रिश्वत दिए बिना, नहीं होते कोई काम
लालची अफसर की बेईमानी
लालच से भरा हुआ है कहानी
ईमान के पक्के हैं हम
ईमानदारी की सबक सिखाने की है ठानी
लुटती जनता कुबेर बनते अफसर
इन अधिकारियों की बढ़ती रिश्वत खोरी की
लेने वाला है नहीं कोई खबर।
पूरा डिपार्टमेंट जब घूसखोरी में लिप्त हो
कोई किसी का सुनने वाला है कहां
अधिकारियों की मिलीभगत के चलते
आखिर वो जाए तो जाए कहां।
हर डिपार्टमेंट का यही हाल है
भारतीय जनता का बुरा हाल है
कई सरकारें आईं और गईं
फिर भी सिस्टम नहीं सुधार पाई।