STORYMIRROR

Ashu Kapoor

Romance

4  

Ashu Kapoor

Romance

हस्तलिखित पत्र

हस्तलिखित पत्र

1 min
284



   दिल के जज्बातों को,

    शब्दों में पिरो कर,

    एहसासों की स्याही में

    कलम को डुबोकर

    इश्क, जब कागज पर उतारा जाता था

    प्यार का वो,--हंसी तराना

    दिलबर को पहुंचाया जाता था

    पढ़कर प्रेम की पतियां

    इश्क और जवां

    हो जाता था!!

    

   आज भी संभले रखे हैं

   डायरी में मेरी----

   तुम्हारे इत्र में भीगे----

   गुलाबी--- रुक्के(खत)

   महफूज है---- प्रेम के वह सारे लम्हे

   जिसकी खुशबू----- बरसों बाद भी

   वैसी ही है----- जैसी कभी पहल

े थी---

   जीवित हैं---- वो सारे एहसास,

   वो जज्बात----- वो लम्हात

  कागज के उन टुकड़ों में----

  जो लिखे थे तुमने हाथ से----

  मर गए तुम----- मर जाऊंगी मैं

  लेकिन इश्क हमारा----

  सदा रहेगा जवां---- रहेगा जिन्दा--- सलामत 

  उन गुलाबी इत्र से भीगे-----

  पत्रों में--- जो तुमने मुझे लिखें,

  जो मैंने--- तुम्हें लिखें

  रखे हैं आज भी एक साथ--

   रेशमी रुमाल में---

   भीगे हुए--- हमारे प्यार की महक में

   बता रहें है मुझे---

   हम रहे या ना रहे

   तेरे- मेरे दरमियां---

   इश्क सदा रहेगा

   इश्क सदा रहेगा।

    


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance