हसरत
हसरत
हसरत थी उन्हेंं पाने की
मगर माँगने से
मिलती हसरतें कहाँ हैं।
उन्हें छोड़कर सब कुछ पा लिया
और लोग कहते हैं
पाने को तो सारा जहाँ है।
हमने भी कहीं सुना था
ज़िंदगी जीने के दो तरीके हैं-
जो हासिल है, उसे पसंद कर लो
या जो पसंद है, उसे हासिल कर लो।
चीज़ों का तो माना जनाब
मगर इंसान और जज़्बातों को
हासिल करने का
तरीका हो तो बता दो....
