हर व्यक्ति के जीवन में
हर व्यक्ति के जीवन में


हर व्यक्ति के जीवन में कई रिश्ते होते हैं
कुछ जिम्मेदारियों में सिमट जाते हैं।
कुछ उम्मीदो को पूरा करते-करते
खत्म हो जाते हैं।
रिश्तों को जीवंत बनाओ
कभी रिश्ते हौसला बढ़ाते,
खुशियां दे जाते हैं।
कभी प्यार, सम्मान, उम्मीद बढ़ाते हैं
क्यों हर वक्त बुद्धि लगाती हो
खुदी अपनी परेशानियां बढ़ती हो
क्या पाया क्या खोया से उपर उठ जाओ
कभी निस्वार्थ होकर नए रिश्तो बनाओ।
हिसाब-किताब रखकर क्यों प्रश्नचिन्ह लगाती हो
क्यों खुद नए जख्म बनाती हो
रिश्तो में विश्वास बढ़ाओ
हर रिश्ते को जीवंत बनाओ।
दोस्ती भी एक पवित्र रिश्ता है
हम से दोस्ती करके तुम समझ जाओ
तुम क्यों बुद्धि लगाती हो
ना समझी की हद को प्यार पार कर
तुम क्यों दूसरों का दिल दुखाती हो।