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Avinash Kumar Barnwal

Drama

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Avinash Kumar Barnwal

Drama

होठों का जाम

होठों का जाम

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झूम रहा है देखो वो बिन पिये शराब को,

ये होठों का जाम है, ज़रूर आँखों से पिया होगा.


मिल सका न जिससे हक़ीक़त में अबतक,

ख्वाबों में न जाने उससे कितनी बार मिला होगा.


मौत भी न कर पायी उन्हें जुदा एक दूसरे से,

मोहब्बत ज़रूर उसने उसके रूह से किया होगा.


शायद आ जाए वो उसकी कब्र पे मिलने,

मरकर भी न जाने वो कितनी बार जिया होगा...!


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