STORYMIRROR

अनूप अंबर

Romance Tragedy

3  

अनूप अंबर

Romance Tragedy

होली आई

होली आई

1 min
170

होली आई है मनभाई

देखो उमंग मन में छाई,

चली मंद मंद पुरवाई,

जिसने खुशबू है फैलाई।

देखो बहार आंगन में आई,

जिसने प्यार की कली खिलाई,

कोने कोने में धूम मची है,

अब रंग खूब बरसाई ।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance