हमसुरेन्द्र कुमार सिंह चांस
हमसुरेन्द्र कुमार सिंह चांस
मेरे और तुम्हारे बीच
एक रास्ता है
जिस पर चलते हुये
तुम मेरे पास आये हुये है
मुझे भी उस रास्ते की तलाश है
ताकी उस पर चलकर
तुम तक पहुंचूं।
एक रास्ता हमारे तुम्हारे बीच
कोई और चल ही नहीं सकता
इस रास्ते पर
हमारे सिवाय।
तुम्हारे लिये यह सहज है
और मेरे लिये मत ही पूछो
उसपर चलते हुये
अनुभव कर रहा हूं
ध्यान का, तप का
ज्ञान का मोह का
आसक्ति का विरक्ति का
योग का, विसर्जन का
सफलता का असफलता का
पा रहा हूं हर जगह तुमको
अपने से पहले।
