हमारी याद
हमारी याद
जब कभी भी एकांत
पास बैठा हो,
तुम्हें नजर आयेगी
हमारी सूरत।
जब कभी भी भोर
झरोखे से झांके,
तुम्हें याद आयेगी
हमारी शीशागीरी।
जब कभी भी बदली
पास खड़ी हो,
तुम्हे याद आयेगी
हमारी रुसवाई।
जब कभी भी निशा
आगोश में ले,
तुम महसूस करोगी,
तुम मेरा आलिंगन।