हमारे प्यार भरी बातें
हमारे प्यार भरी बातें
हमारा सुनहरा प्यार है कितना सुन्दर,
हमारी प्यार भरी बातें हैं कितने मधुर,
मिलने के लिए हम सदा रहते हैं आतुर,
नए नए सपने बुनते हैं दोनों मिलजुलकर |१|
सायंकाल बीते चाँदनी में तेरा चेहरा देख देखकर,
रात और दिन बीतें तुम्हारी मुस्कान देख देखकर,
बातचीत बीते परस्पर भावनाओं को लेकर देकर,
कभी न रुके हमारे इस प्यार भरी नहर का हर लहर |२|
तुम्हारे हर चहक में है कोयल का सुरीला स्वर,
जिसके सुने बिना रात्रि बीते तारे गिन गिनकर,
इस मधु का बहुमूल्य निधि है अत्यंत ही सुमधुर,
हमरी प्यारी भरी बातें सदैव रहें ऐसे ही मनोहर |३|

