ज़ज्बा और उम्मीद ही वो शक्ति है हर मुश्किल में जो हमें खडा़ रखती है । ज़ज्बा और उम्मीद ही वो शक्ति है हर मुश्किल में जो हमें खडा़ रखती है ।
कलम- कविता दोनों बैठे बतियाते हैं , दोनों ने कैसे साथ निभाया हमको ये बताते हैं! , कलम- कविता दोनों बैठे बतियाते हैं , दोनों ने कैसे साथ निभाया हमको ये बताते है...
जिस सब को पाने के लिए वो दौड़ रहा था , सम्भवता वही था जो पीछे छूट रहा था। जिस सब को पाने के लिए वो दौड़ रहा था , सम्भवता वही था जो पीछे छूट रहा था।
काश में इतनी कश्मकश क्यूँ हैं.! काश में इतनी कश्मकश क्यूँ हैं.!
खेतों की हरियाली अच्छी लगती थी दोस्तों की यारी सच्ची लगती थी! खेतों की हरियाली अच्छी लगती थी दोस्तों की यारी सच्ची लगती थी!
वो भी क्या दिन थे चाँद को देखते-देखते ही सो जाते थे! वो भी क्या दिन थे चाँद को देखते-देखते ही सो जाते थे!