ईश को याद करते जुड़ेंगे जब हाथ दोनों मन मंदिर में प्रियवर मेरी ही मूरत पाओगे। ईश को याद करते जुड़ेंगे जब हाथ दोनों मन मंदिर में प्रियवर मेरी ही मूरत पाओगे।
उनके हर रास में भी प्रियवर बस तुम्हीं तुम नजर आए। उनके हर रास में भी प्रियवर बस तुम्हीं तुम नजर आए।
अन-बन हो जाती घर में फिर भी साथ निभाते हैं। अन-बन हो जाती घर में फिर भी साथ निभाते हैं।
सुनो, लौट आना तुम जैसे लौट आता है सूर्य। सुनो, लौट आना तुम जैसे लौट आता है सूर्य।
किसे कहूँ मैं पहला प्यार उस भाई की लड़ाई को, जिसने सबसे लड़ना सिखाया या उस बहन के दुलार को, जिसने ... किसे कहूँ मैं पहला प्यार उस भाई की लड़ाई को, जिसने सबसे लड़ना सिखाया या उस बहन ...
आज से दूर हो रहे हो प्रियवर इन अंखियों का नूर बनके। आज से दूर हो रहे हो प्रियवर इन अंखियों का नूर बनके।