जीवन इक बुलबुला
जीवन इक बुलबुला
पानी ने बहना सीखा है
फितरत है यह उसकी
बहकर बाँटता चलता सबको
उम्मीद और खुशी
बाधाएं तो आएंगी राह में
इनसे से ही जीवन है
बनना बिगडना तो नियती का खेल है
बुलबुलों की ताकत है यह बनकर मिट जाना
इतना आसान होता नहीं हार पार कर जाना
ज़ज्बा और उम्मीद ही वो शक्ति है
हर मुश्किल में जो हमें खडा़ रखती है ।