समय चक्र
समय चक्र
समय प्रतिदिन बनाए कहानी,
निमिष निमिष में बदले कहानी ।१।
आज देता है अभिनव अनुभव,
कल जो देता है स्मरणीय विभव ।२।
क्षण क्षण झरने जैसे झरझर फिसलता जाए,
समय की नित्यनूतन जलधारा निरंतर बहती बहती जाए ।३।
समय-चक्र का है एकक निर्णीत सारणी,
अनुक्षण नहीं है जिसका कोई ठौर-ठिकाना न निर्दिष्ट श्रेणी ।४।
इस सीमित काल में श्रवण करें श्रीजगन्नाथ अमृतवाणी,
क्योंकि मुहूर्त मुहूर्त अपनेआप में हैं अमूल्य मरकत मणि ।५।
समय के नहीं हैं को
ई भी भाई बहन,
सबको निष्पक्ष भाव से प्रदान करता है सुयोग का रतन ।६।
बहुज्ञ विद्वान करते हैं समय का सर्वश्रेष्ठ सदुपयोग,
ज्ञान के नियमित उपार्जन हेतु करते हैं समय का विनियोग ।७।
समय-चक्र है हरएक बेला का प्रत्यक्षदर्शी,
कालचक्र सदा वास्तविक परिस्थितियों का है मार्गदर्शी ।८।
समय सतत है समदर्शी,
उत्कृष्ट संस्कारक बनकर अनवरत रहता है त्रिकालदर्शी ।९।
अमूल्य समय है सदा बलवान,
समयानुवर्ती व्यक्तित्त्व के अधिकारियों को दिलाए मान सम्मान ।१०।