हम जीतेंगे जरूर
हम जीतेंगे जरूर
हम जीतेंगे जरूर
टूटेगा तेरा गुरूर
तेरी हार अब तय हैं
तू कम ज्यादा तेरा भय है
आएगा तेरा भी काल
टूटेगा तेरा भी जाल
बच्चो की उदासी में तू
बड़ो की बीमारी में तू
गरीब की भूख में तू
मानव की चूक में तू
ये मानव मानेगा नहीं हार
होगा तेरा संघार
नया सवेरा आएगा
नई उमंग लाएगा
फिर से सृष्टि खिलखिलाएंगी
फिर से आंगन मेहकाएगी
फिर से बच्चे मुस्काएंगे
फिर से सब काम पे जाएंगे
फिर कोई भूका ना सोएगा
फिर कोई परिवार ना रोएगा
सब रिश्ते होंगे पास
सब दोस्त होंगे खास
फिर होगी गपशप ,तफरी ,दावत
कुछ हम भी बदलेंगे आदत
पर अब तुझे जाना होगा
ये तिमिर हटाना होगा
नया उजाला लाना होगा।