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Indu Tiwarii

Romance

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Indu Tiwarii

Romance

हम ही न थे

हम ही न थे

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काबिल-ए-दोस्ती 

हम ही न थे


गुनाहगार तुम्हें

बताएं भी तो कैसे


आरज़ू-ए-वफ़ा

हम ही न थे


तलबगार तुम्हें

बताएं भी तो कैसे


तमन्ना-ए-दिल

हम ही न थे


हकदार तुम्हें 

बताएं भी तो कैसे


मुहब्बत-ए-वफ़ा

हम ही न थे


झूठा प्यार तुम्हें

बताएं भी तो कैसे।


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