हिंदी की महत्ता
हिंदी की महत्ता
माँ वीणा पाणि को नमन
मंच को नमन
हिंदी दिवस पर विशेष
हिंदी को अपनाइये,
करिये इससे नेह।
हिंदी तो सिरमौर है,
रखिये परम स्नेह।
कभी न इसको भूलिये,
किये निछावर प्राण।
त्याग दिया सर्वस्व निज,
रखी देश की शान।
भाषा ऐसी चाहिये,
सहज गम्य जो होय।
अंग्रेजी के फेर में,
पंडित बने न कोय।
जन्मे हिंदुस्तान में,
पढ़ने गये विदेश।
हिंदी अलख जगाइये,
हिंदी हो परिवेश।
संभाषण जब शून्य पर,
दिया विवेकानंद।
सुनकर जन समुदाय की
हुयी बोलती बंद।
