साहित्य समाज का दर्पण है
आओ पार्थ भले आये, आखिरी विदाई देने को! आओ पार्थ भले आये, आखिरी विदाई देने को!
कानी मां को वह भूल जाना चाहता था। कानी मां को वह भूल जाना चाहता था।
मैने अपने दादा दादी के साथ एक बहुत अच्छा समय गुजारा। मैने अपने दादा दादी के साथ एक बहुत अच्छा समय गुजारा।
इन सेनानियों मे झलकारी बाई का नाम भी प्रमुख है. इन सेनानियों मे झलकारी बाई का नाम भी प्रमुख है.
वापस जाने का बिल्कुल भी मन नहीं कर रहा था पर हम बेटियां उनके पास कब तक रह सकती थीं। वापस जाने का बिल्कुल भी मन नहीं कर रहा था पर हम बेटियां उनके पास कब तक रह सकती थ...