STORYMIRROR

Tanuja Shukla

Children Stories

4  

Tanuja Shukla

Children Stories

बच्चे की प्रार्थना

बच्चे की प्रार्थना

2 mins
499

एक बच्चा रोज अपने दादा जी को सायंकालीन पूजा करते देखता था ।बच्चा भी उनकी इस पूजा को देखकर अंदर से स्वयं इस अनुष्ठान को पूर्ण करने की इच्छा रखता था, किन्तु दादा जी की उपस्थिति उसे अवसर नही देती थी ।


 एक दिन दादा जी को शाम को आने में विलंब हुआ, इस अवसर का लाभ लेते हुए बच्चे ने समय पर पूजा प्रारम्भ कर दी ।जब दादा जी आये, तो दीवार के पीछे से बच्चे की पूजा देखने लगे ।बच्चा बहुत सारी अगरबत्ती एवं अन्य सभी सामग्री का अनुष्ठान में यथाविधि प्रयोग करता है और फिर अपनी प्रार्थना में कहता है..."भगवान जी प्रणाम, आप मेरे दादा जी को स्वस्थ रखना और दादी के घुटनों के दर्द को जल्द ठीक कर देना क्योंकि दादा-दादी को कुछ हो गया, तो मुझें फिर चॉकलेट कौन देगा ??"


 फिर बच्चा आगे कहता है..."मेरे प्यारे भगवान जी,प्लीज मेरे सभी दोस्तों को अच्छा से रखना, वरना मेरे साथ कौन खेलेगा ?? फिर मेरे पापा और मम्मी को भी ठीक से रखना, घर के कुत्ते टॉमी को भी ठीक रखना, क्योकि उसे कुछ हो गया, तो घर को चोरों से कौन बचाएगा ?? (लेकिन भगवान यदि आप बुरा न मानो तो एक बात कहूं सबका ध्यान रखना, लेकिन उससे पहले आप अपना ध्यान रखना, क्योकि अगर आपको कुछ हो गया, तो हम सबका क्या होगा....??"


बच्चे के इस सहज प्रार्थना को सुनकर दादा जी की आंखों में भी आंसू आ गए, क्योकि ऐसी प्रार्थना उन्होंने न ख़ुद कभी की थी और न ही अपने जीवन में कभी सुनी थी ।


Rate this content
Log in