हैसियत
हैसियत
पहरावे से क्यों हैसियत का
अंदाज़ा लगाते हैं लोग
कभी दिल की अमीरी से
हैसियत का अंदाज़ा लगाना चाहिए
किसी को नीचा दिखाने में
क्यों लगे रहते हैं लोग
कभी भी पैसे देखकर
अंदाज़ा नहीं लगाना चाहिए
खोटे सिक्के भी बाज़ार में चल जाते हैं
बस, सही समय पर इस्तमाल होना चाहिए
ज़िन्दगी मुकम्मल सी हो जाती है
हैसियत को अंकों से मापना
बन्द करना चाहिए
कमियों से इंसान कि
हैसियत मत देखो
क्योंकि.. कमियों और खूबियों
दोनों को मिलाकर
एक इंसान को पूरा होना चाहिए।