STORYMIRROR

Dr Sanjay Saxena

Comedy

4  

Dr Sanjay Saxena

Comedy

हाय मेरी बीबी

हाय मेरी बीबी

2 mins
223

एक दिन मैं अपनी बीवी की

अर्थी को लिए जा रहा था

पीछे पीछे भीड़ थी और

आगे कुत्ता चलता जा रहा था

तभी भीड़ को चीरकर

एक आदमी आया

उसने अपना मुंह लटकाया

और मुझे बतलाया कि

मैं बहुत देर से देख रहा हूं

पर कुत्ते का अर्थी से कनेक्शन

नहीं समझ पा रहा हूं

मैंने उसे समझाया कि

इस कुत्ते के काटने की चर्चा

शहर भर में फैल गई कि

डॉक्टर साहब की बीवी

एक कुत्ते के काटने से ही मर गई

वह मेरे पास आया..

कुछ मुस्कुराया और कहने लगा

सर मेरी भी बला टलवा दो

हो सके तो मुझे भी यह कुत्ता

एक दिन के लिए दिलवा दो

मैंने कहा अरे भाई

अभी तक मैंने अपनी

बीवी को आग नहीं लगाई

पता नहीं यह कब

उठकर खड़ी हो जाए

हम सब पर भारी पड़ जाए

इस काम के लिए आप मेरे

असिस्टेंट के पास जाओ

पहले इस कुत्ते की

एडवांस बुकिंग कराओ

जब से इस पापी ने

मेरी पत्नी को मारा है

यह बन गया सबसे न्यारा है

इसकी डिमांड तो अब

बहुत बढ़ गई है

इसलिए ही अर्थी के पीछे

चलने वालों की लंबी

लाइन लग गई है

तुम्हें क्या लगता है यह सब

मेरे पहचान वाले हैं

अरे नहीं बाबा यह सब तो

इस कुत्ते के चाहने वाले हैं।।

                        



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Comedy