किसको पूछूं, अंतरदाह किसका ? तेरा ना मेरा उत्तर रखने तु कहां था ? किसको पूछूं, अंतरदाह किसका ? तेरा ना मेरा उत्तर रखने तु कहां था ?
किसी की बहन की इज़्ज़त से खेलकर क्या खूब मर्दानगी दिखाई है, पर क्या एक पल के लिये भी ये खयाल नहीं... किसी की बहन की इज़्ज़त से खेलकर क्या खूब मर्दानगी दिखाई है, पर क्या एक पल के ...
कैसे मैं इठलाऊँ सज-धज आज जानूँ खुशियाँ पल भर की है उधार। कैसे मैं इठलाऊँ सज-धज आज जानूँ खुशियाँ पल भर की है उधार।
वो उठती लपटें चिता से, दिल छननी कर जाती हैं। वो उठती लपटें चिता से, दिल छननी कर जाती हैं।
उसकी किस्मत ही कुछ ऐसी इधर गया और उधर गया। उसकी किस्मत ही कुछ ऐसी इधर गया और उधर गया।
मत पूछ मेरे अरमानों की कश्ती कहां रुके। रुके या ना रुके ,ये भी ना पूछ अरमानों के महल मत पूछ मेरे अरमानों की कश्ती कहां रुके। रुके या ना रुके ,ये भी ना पूछ अरमा...