फ्रेंड शिप डे
फ्रेंड शिप डे
फ्रेंडशिप डे पर हमने अपनी
हिंदुस्तानी महिला साथी को
जैसे ही गले लगाया
धुक धुक करके उसका दिल
लगा जैसे बाहर आया ।
वह बोली -...
जनाब गले लगाना छोड़
नमस्ते तक ही सीमित रहिए
पर्सनल रिलेशन को
और मजबूत करने की जगह
केवल दोस्ती पर गौर कीजिए ।
हमने कहा - डियर
रिलेशन चाहे पर्सनल हो या फ्रेंडशिप
गौर तो हम आप पर ही करेंगे
और गुड फील तभी होगा
जब दो दिल आपस में मिलेंगे ।
वह बोली साहेब - हम आपका
मंतव्य खूब समझ रहे हैं
लगता है आप रिश्तों को छोड़
>
भावनाओं में बह रहे हैं ।
पर हम भी हिंदुस्तानी लड़की हैं
दोस्ती से ज्यादा इज्जत पर मरती हैं
आप के चंगुल में हम अब न फंसेंगे
आप और आपकी सभ्यता दोनों को
गुड बाय कहेंगे ।
हमने उसे बहुत समझाया ...
पर उसकी समझ में कुछ न आया।
बीबीवह कहने लगी ...
जब आप मान दे नहीं सकते
तो पाओगे कहां से
दोस्ती - दुश्मनी को छोड़
चले जाओ यहां से ।
आपके देश ने तो
यूज एंड थ्रो की पद्धति है चलाई
किन्तु हमारे देश में
विवाह भी संस्कार है कहलाया।।