गुरु शिष्य का भाग्य विधाता है
गुरु शिष्य का भाग्य विधाता है
हर सपनों को कैसे सजाता .. है
हर बच्चों में ज्ञान पीरो के
हौसलों भरा आसमां दिखाता है
गुरु शिष्य का भाग्य विधाता बन जाना है ...
गुरु वही ज्ञान वही
हृदय में सर्वोच्च स्थान वही
कोमल मन को बहलाना है
तपा के लोहा बनाना है
गुरु शिष्य का भाग्य विधाता बन जाना है ..
गलत मार्ग पे चढ़े दिखे तो
समझा के वापस लाना है
सही शिक्षा प्रदान करके
राष्ट्र का भाग्य बनाना है
गुरु शिष्य का भाग्य विधाता बन जाना है ...
कभी फटकारें...डांट सुनाये
तभी अव्वल हो के आगे बढ़ पाना है
गुरु शिष्य का भाग्य विधाता बन जाना है