नेकी करते रहें
नेकी करते रहें
नेकी करते ही रहें, पाएं तब सम्मान।
होगा अच्छा आपका, साथ रहें भगवान।।
कुदरत से हम मेल रख,देंगें अवश्य मान।
रहे कर्म में सादगी, लब पे हो प्रभु गान।।
कुदरत से हम मेल रख, खुशियों में नित खेल।
दुनिया से कर प्यार को, सभी रखेंगें मेल।।
